Ration Card New Rule अगर आपके पास राशन कार्ड है, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। केंद्र सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में कई अहम बदलाव किए हैं, जो सीधे तौर पर देश के करोड़ों गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को लाभ पहुंचाएंगे। इन बदलावों का उद्देश्य सिर्फ पेट भरना नहीं, बल्कि पोषण युक्त और संतुलित आहार देना भी है। आइए जानते हैं इन बदलावों की पूरी जानकारी आसान भाषा में।
गेहूं और चावल का संतुलित वितरण
पहले हर व्यक्ति को 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं दिया जाता था। लेकिन अब सरकार ने इसे संतुलित कर दिया है।
अब हर व्यक्ति को मिलेगा – 2.5 किलो चावल और 2.5 किलो गेहूं।
यानी कुल 5 किलो राशन की मात्रा तो वही रहेगी, लेकिन अनाज का वितरण बराबरी से होगा।
इससे फायदा यह होगा कि अब जिन परिवारों को रोटी ज्यादा पसंद है, उन्हें पर्याप्त गेहूं मिलेगा। साथ ही चावल की मात्रा भी कम नहीं होगी। यह बदलाव हर व्यक्ति के खान-पान की जरूरत को बेहतर तरीके से पूरा करेगा।
अंत्योदय कार्ड धारकों के लिए भी बदलाव
अंत्योदय कार्ड यानी देश के सबसे गरीब परिवारों को पहले 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल मिलता था।
अब इसमें भी संतुलन लाया गया है:
अब मिलेगा: 17 किलो गेहूं और 18 किलो चावल
कुल राशन: पहले की तरह 35 किलो ही रहेगा
इस बदलाव से उन गरीब परिवारों को राहत मिलेगी जो गेहूं का उपयोग ज्यादा करते हैं। इससे उनका भोजन और पोषण संतुलित होगा।
मोटे अनाज की वापसी – सेहतमंद पहल
सरकार ने अब बाजरा, ज्वार और रागी जैसे मोटे अनाज को भी राशन में शामिल कर लिया है। इसकी शुरुआत अगस्त 2025 से हरियाणा के 22 जिलों में की गई है। गरीब परिवारों को यह अनाज मुफ्त में मिलेगा।
हरियाणा सरकार 4.42 लाख क्विंटल बाजरा वितरित करेगी। मोटा अनाज फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो शरीर को लंबी ऊर्जा देता है। यह पहल उन क्षेत्रों के लिए फायदेमंद है जहां कुपोषण की समस्या ज्यादा है।
किन शर्तों पर मिलेगा मोटा अनाज?
अगर आप मोटे अनाज का लाभ लेना चाहते हैं, तो कुछ शर्तों का पालन करना होगा:
आप उस राज्य के निवासी हों जहां यह योजना लागू हो (जैसे हरियाणा)
आपके पास वैध राशन कार्ड हो
राशन कार्ड में आपका नाम दर्ज होना चाहिए
सभी दस्तावेज अपडेट और सही होने चाहिए
राशन लेने से पहले बायोमेट्रिक सत्यापन जरूरी होगा
डिजिटल टेक्नोलॉजी से पारदर्शिता
अब राशन वितरण प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल बना दिया गया है। आपको राशन से जुड़ी सारी जानकारी अब SMS या मोबाइल ऐप के जरिए मिल सकेगी, जैसे:
कब और कहां से राशन मिलेगा
कितना राशन उपलब्ध है
कौन-से अनाज मिलेंगे
साथ ही बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन अनिवार्य किया गया है ताकि फर्जी राशन कार्ड और गलत लाभ रोका जा सके। शिकायत के लिए ऑनलाइन प्रणाली भी शुरू की गई है।
भविष्य में और भी सुधार की उम्मीद
सरकार की मंशा है कि आगे चलकर दाल, तेल और अन्य आवश्यक खाद्य वस्तुएं भी राशन में शामिल की जाएं। इससे राशन योजना और अधिक लाभकारी होगी। सरकार का फोकस अब सिर्फ पेट भरना नहीं बल्कि सेहतमंद आहार देना है।
राशन कार्ड धारकों के लिए ये नए नियम एक बड़ा बदलाव लेकर आए हैं। अब उन्हें पोषणयुक्त और संतुलित राशन मिलेगा। मोटे अनाज की वापसी एक स्वस्थ भारत की दिशा में अहम कदम है।
अगर आप भी राशन कार्ड धारक हैं, तो अपने नजदीकी राशन केंद्र से नए नियमों की जानकारी लें, दस्तावेज अपडेट करें और इस योजना का पूरा लाभ उठाएं। सरकार की इस पहल को सफल बनाने में आपकी भागीदारी भी जरूरी है